Delhi Government 100 Days: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के 100 दिन पूरे हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अवसर पर एक प्रेस वार्ता कर अपने 100 दिनों के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जारी कर 20 बड़े काम करने का दावा किया।
लेकिन जब इन दावों की पड़ताल की गई, तो पता चला कि सिर्फ दो योजनाएं ही वास्तव में धरातल पर उतर पाई हैं।
ये दो योजनाएं हैं, आयुष्मान भारत योजना और वय वंदना योजना।
अन्य योजनाएं या तो कागज़ों तक सीमित हैं या अभी पूरी तरह शुरू भी नहीं हुई हैं।
केवल दो योजनाएं जमीनी स्तर पर पहुंची
रेखा सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में दो प्रमुख योजनाएं शुरू की हैं।
पहली योजना है आयुष्मान भारत, जिसके अंतर्गत दिल्ली में कार्ड बनना शुरू हो गए हैं और गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा।
दूसरी योजना है वय वंदना योजना, जिसके तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा देने की घोषणा की गई है। इस योजना के कार्ड भी बनाए जा रहे हैं।
हालांकि, जिन 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की बात की गई थी, उनमें से कोई भी शुरू नहीं हुआ है।
सरकार का दावा है कि वह 1119 आरोग्य मंदिर जल्द शुरू करेगी।
लेकिन फिलहाल दिल्ली में सिर्फ 500 मोहल्ला क्लिनिक ही सक्रिय हैं, जिन्हें आरोग्य मंदिर में बदलने की प्रक्रिया अधूरी है।
बाकी 619 नए केंद्रों के लिए तो अब तक स्थान तक तय नहीं हुए हैं।
विपक्ष का हमला, भाजपा का बचाव
रेखा सरकार के 100 दिन पूरे होने पर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने जनता की उम्मीदों को तोड़ दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि रेखा गुप्ता की सरकार महिला सुरक्षा, कानून व्यवस्था, प्रदूषण नियंत्रण, नशे की रोकथाम और नालों की सफाई जैसे बुनियादी मुद्दों पर बुरी तरह विफल रही है।
उन्होंने कहा, जिस हरी-भरी दिल्ली को कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार ने छोड़ा था, उसे पहले केजरीवाल सरकार ने बीमार किया और अब रेखा सरकार ने 100 दिन में वेंटिलेटर पर पहुंचा दिया है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने भी भाजपा सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाई।
दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा झूठी रिपोर्ट देकर जनता को गुमराह कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने केजरीवाल काल की ‘फरिश्ते योजना’ को बंद कर दिया, जिसमें सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलता था।
उन्होंने सवाल उठाया, रेखा गुप्ता बताएं कि महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह देने का वादा कब पूरा होगा? महिला सम्मान योजना के 5100 करोड़ रुपये के बजट का क्या हुआ?
एमसीडी की निर्माण समिति के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता जगदीश ममगाई ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज किया।
उन्होंने कहा कि रेखा सरकार को 100 दिनों में विफल बताना विपक्ष की कुंठा है।
ममगाई ने कहा, किसी भी योजना को लागू करने में कम से कम 8 से 10 महीने लगते हैं।
बजट पास करना, निविदा जारी करना, अमल में लाना—ये सभी प्रक्रियाएं समय लेती हैं।
खुद केजरीवाल सरकार 2015 में पहले 8 महीने तक कोई भी वादा पूरा नहीं कर सकी थी।
अधूरी योजनाओं की लंबी फेहरिस्त
रेखा सरकार ने चुनाव से पहले और सत्ता में आने के बाद कई बड़ी योजनाओं का वादा किया था, जिनमें अब तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। इनमें प्रमुख योजनाएं हैं:
- महिला सम्मान योजना: ₹5100 करोड़ का प्रावधान, लेकिन ₹2500 प्रतिमाह कब मिलेगा, स्पष्ट नहीं
- सखी निवास छात्रावास योजना: कोई कार्यान्वयन नहीं
- 75 वर्ल्ड क्लास सीएम श्री स्कूल: ज़मीन पर नज़र नहीं आ रहे
- डिजिटल लाइब्रेरी योजना: अब तक शुरू नहीं
- देवी ईवी बसें: सिर्फ नाम बदला गया, बसें पिछली सरकार में ही खरीदी गई थीं
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने भी स्वीकार किया कि इन योजनाओं में अभी समय लगेगा और अधिकांश का क्रियान्वयन प्रारंभिक चरण में ही है।
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