मानसून सत्र में बोलीं कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे- ऑपरेशन सिंदूर मीडिया में सरकार का एक ‘तमाशा’ था

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Praneeti shinde called monsoon season a spectacle- संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिन्दूर को लेकर चल रही बहस में सोलापुर महाराष्ट्र से कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने बहुत से सवाल उठाये। उन्होंने सर्कार पर आरोप लगाते हुए कहा -ऑपरेशन सिंदूर मीडिया में सरकार का एक ‘तमाशा’ था। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर गरमागरम चर्चा के दौरान, कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने सैन्य अभियान को मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए सरकार द्वारा रचा गया एक तमाशा बताकर राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया। इस टिप्पणी को तुरंत आधिकारिक संसदीय रिकॉर्ड से हटा दिया गया। यह फैसला लोकसभा अध्यक्ष ने लिया।

सांसद प्रणीति शिंदे ने उठाये ये सवाल

-कोई हमें यह नहीं बता रहा कि इस ऑपरेशन में क्या हासिल हुआ?

– कितने आतंकवादी पकड़े गए?

-हमने कितने लड़ाकू विमान गँवाए?

-इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है?

-और ये किसकी गलती है?

उन्होंने कहा सरकार को इसका जवाब सरकार को देना चाहिए।

 कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने कहा, “यह भारत सरकार की विफलता है कि

उन्होंने देश को सबसे कमज़ोर स्थिति में ला दिया है। आज आप किस बात का

जश्न मना रहे हैं? जब हम सदन में चर्चा की मांग करते हैं,

तो वह (प्रधानमंत्री) उठकर सदन से चले जाते हैं।”

जवाब में-

– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के सवालों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया।

-उन्होंने तर्क दिया कि संभावित विमान क्षति या अन्य ऑपरेशनल असफलताओं के बारे में पूछताछ भारतीय जनता की भावनाओं को प्रतिबिंबित नहीं करती।

-सिंह ने कहा, “अगर आपको कोई सवाल पूछना ही है, तो पूछिए कि क्या भारत ने आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया; इसका जवाब है हाँ।

– पूछिए कि क्या हमारे किसी बहादुर सैनिक को कोई नुकसान पहुँचा; जवाब है नहीं।

पूछिए कि क्या ऑपरेशन सफल रहा; जवाब है, बिल्कुल।”

उन्होंने आगे बताया कि पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के जवाब में 7 मई को शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर एक सटीक हमला था। उन्होंने दावा किया कि 100 से ज़्यादा आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया और 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम पर सहमति बन गई।

 

 

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