BJP State President 2025

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BJP अगले 2 दिन में करेगी 9 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान, जुलाई में मिलेगा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष

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BJP State President 2025: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया तेज हो गई है।

अगले दो दिनों में पार्टी 9 राज्यों के प्रदेशाध्यक्षों की घोषणा करने जा रही है।

इस कवायद के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता भी साफ हो जाएगा।

माना जा रहा है कि जुलाई में भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है।

हिमाचल प्रदेश-उत्तराखंड में चुन गए अध्यक्ष

भाजपा ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष चुन लिए हैं।

राजीव बिंदल को तीसरी बार हिमाचल की कमान दी गई है।

जबकि महेंद्र भट्‌ट को दूसरी बार उत्तराखंड अध्यक्ष बनाया गया है।

दोनों राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए।

हालांकि अभी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र में अध्यक्ष के नाम का ऐलान बाकी है।

तेलंगाना में रामचंदर राव को प्रत्याशी बनाए जाने पर विवाद है।

गोशामहल से विधायक टी राजा ने विरोध करते हुए सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

इन 5 राज्यों में इन्होंने किया नामांकन

सोमवार को आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन हुए।

खास बात यह है कि इन सभी राज्यों में एक-एक नामांकन ही हुआ है, जिससे वहां चुनाव की जरूरत नहीं पड़ी।

इससे यह स्पष्ट है कि यह उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे और सोमवार को ही इनके नामों की आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।

  • उत्तराखंड: महेंद्र भट्ट ने दोबारा नामांकन किया है, जिससे संकेत मिल गया था कि वे ही दोबारा अध्यक्ष बनेंगे।
  • हिमाचल प्रदेश: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने नामांकन किया।
  • महाराष्ट्र: पार्टी ने रवींद्र चव्हाण को नया चेहरा बनाने का फैसला किया है। वे राज्य सरकार में मंत्री भी हैं।
  • तेलंगाना: रामचंद्र राव ने नामांकन किया है, जिन्हें प्रदेश की जातीय-राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखकर आगे लाया गया है।
  • आंध्र प्रदेश: यहां पीवीएन माधव ने नामांकन किया है, जो राज्य में भाजपा के अनुभवी नेता माने जाते हैं।

मंगलवार को 4 और राज्यों में नामांकन

मंगलवार को चार अन्य राज्यों मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, दमन-दीव और लद्दाख में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन होंगे।

यदि इन राज्यों में भी एक-एक नामांकन होता है, तो बुधवार तक इन राज्यों के नए अध्यक्षों की भी घोषणा हो जाएगी।

यह खबर भी पढ़ें – MP में BJP को दो दिन बाद मिल जाएगा नया प्रदेश अध्यक्ष, पार्टी ने जारी किया चुनाव कार्यक्रम

अब तक 14 राज्यों में नियुक्त हो चुके हैं अध्यक्ष

फिलहाल भाजपा की 37 मान्यता प्राप्त राज्य इकाइयां हैं।

इनमें से 14 राज्यों में पहले ही संगठनात्मक चुनाव पूरे हो चुके हैं।

मंगलवार तक कुल 19 राज्यों के अध्यक्ष चुन लिए जाएंगे।

यह आंकड़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आवश्यक 50% राज्यों के चुनाव की शर्त को पूरा कर देगा।

नड्डा का कार्यकाल खत्म, पार्टी को चाहिए नया चेहरा

जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में ही समाप्त हो चुका है।

वे वर्तमान में कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे हैं।

इसके साथ ही वे अब केंद्र सरकार में मंत्री भी बन चुके हैं।

जिससे संगठन और सरकार में कामकाज का तालमेल बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

ऐसे में भाजपा अब संगठन को नया अध्यक्ष देने की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने जा रही है।

जेपी नड्डा को जुलाई 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

फिर जनवरी 2020 में उन्हें पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।

वे संगठन को नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में आगे ले जाने में सहायक रहे हैं।

हालांकि, अब पार्टी एक नए नेतृत्व की ओर देख रही है जो 2029 की चुनावी रणनीति के लिहाज से संगठन को मजबूती दे सके।

दो नए नियुक्त अध्यक्षों के नाम पहले ही घोषित

हाल ही में दो राज्यों में पार्टी ने पहले ही प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए हैं:

  • पुडुचेरी: वीपी रामलिंगम को प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया।
  • मिजोरम: भाजपा में हाल ही में शामिल हुए पूर्व मंत्री के. बैचुआ को अध्यक्ष बनाया गया।

इन नियुक्तियों से साफ है कि पार्टी नॉर्थ ईस्ट और साउथ के क्षेत्रों में भी अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने पर फोकस कर रही है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव की तैयारी जुलाई में

भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी संभव है जब कम से कम 50% राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो चुके हों। मंगलवार तक यह शर्त पूरी हो जाएगी।

इसके बाद जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह में पार्टी केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकती है।

हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पार्टी किसी वरिष्ठ और पुराने नेता को यह जिम्मेदारी सौंपती है या किसी युवा और संगठन के निचले स्तर से जुड़े व्यक्ति को आगे लाती है।

 

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