Kuldeep Singrolia Arrest: भोपाल। नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीणा संग विवादों में रहे वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप सिंगरोलिया की गिरफ्तारी को लेकर राजधानी के पत्रकारों में आक्रोश फैल गया है।
कटारा हिल्स थाने में दर्ज कथित झूठी एफआईआर के आधार पर पुलिस ने आधी रात को उनकी गिरफ्तारी की, जिसके विरोध में पत्रकारों ने थाना परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल भी शामिल हुए। उन्होंने थाना प्रभारी पर दोषपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए टीआई के निलंबन की मांग की।
एक्सीडेंट और अड़ीबाजी के आरोप में गिरफ्तारी
कटारा हिल्स पुलिस ने कुलदीप सिंगरोलिया को एक एक्सीडेंट और अड़ीबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि एक सफेद बोलेरो गाड़ी से हुए एक्सीडेंट के बाद अड़ीबाजी का मामला सामने आया, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई।
लेकिन पत्रकारों का कहना है कि जिस बोलेरो गाड़ी का जिक्र एफआईआर में किया गया है, वह न तो कुलदीप की है और न ही वह उसमें सवार थे। इसके बावजूद पुलिस ने बिना जांच-पड़ताल के उनके खिलाफ गैर-जमानती धाराएं लगा दीं।
गिरफ्तारी के विरोध में पत्रकारों का प्रदर्शन
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही शहर के कई पत्रकार बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल के साथ कटारा हिल्स थाना पहुंचे। वहां उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन गाकर विरोध जताया।
पत्रकारों ने आरोप लगाया कि कुलदीप सिंगरोलिया के खिलाफ यह मामला पूरी तरह मनगढ़ंत है और उनकी पत्रकारिता को दबाने के लिए उन्हें फंसाया जा रहा है। भाजपा नेता आशीष अग्रवाल ने इस मामले को गंभीर बताते हुए थाना प्रभारी की कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एक साधारण एक्सीडेंट के मामले में इतनी सख्त धाराएं लगाना दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई को दर्शाता है।
CM तक पहुंचा मामला, TI के निलंबन की मांग
इस मामले ने प्रदेश के प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है। खबरों के अनुसार, डीजीपी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए एडिशनल सीपी अवधेश गोस्वामी को जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, यह मामला मुख्यमंत्री मोहन यादव तक भी पहुंच चुका है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पर उचित कार्रवाई होगी।
पत्रकारों ने मांग की कि थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित किया जाए और कुलदीप सिंगरोलिया को तुरंत रिहा किया जाए। उन्होंने यह भी सवाल किया कि तत्कालीन डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर दिए गए निर्देशों का पालन क्यों नहीं हो रहा है।
नर्मदापुरम कलेक्टर संग पुराना विवाद
पत्रकार कुलदीप सिंगरोलिया की गिरफ्तारी का मामला तब और गंभीर हो गया जब यह सामने आया कि उनका नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीणा के साथ विवाद रह चुका है। आरोप है कि कुलदीप की एक खबर से नाराज कलेक्टर ने उनकी बहन, जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। इस मामले में कुलदीप ने मुख्यमंत्री से भी गुहार लगाई थी कि प्रशासनिक अधिकारियों को पत्रकारों पर दबाव नहीं बनाना चाहिए।
बहरहाल इस घटना के बाद पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारों की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर इस तरह की कार्रवाइयों से दबाव डाला जा रहा है।
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