Bengaluru Stampede

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बेंगलुरु भगदड़ केस: कर्नाटक हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट, जानें कौन है इस हादसे के लिए जिम्मेदार?

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Bengaluru Stampede: बेंगलुरु में RCB की जीत का जश्न एक बड़े हादसे में बदल गया

बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के IPL जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों लोग एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जमा हुए थे।

भीड़ इतनी ज्यादा थी कि भगदड़ मच गई।

इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए

घायलों का इलाज बेंगलुरु के बोरिंग अस्पताल में चल रहा है।

इस मामले को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान लिया है और इस पर सुनवाई की।

कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर हादसे पर रिपोर्ट मांगी है और अब मामले की अगली सुनवाई 10 जून को होगी।

क्यों और कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा?

RCB की जीत के बाद टीम का स्वागत करने के लिए स्टेडियम में एक विक्ट्री परेड आयोजित की गई थी।

इस परेड में एंट्री के लिए फ्री पास देने की घोषणा की गई थी।

ये पास RCB की वेबसाइट से मिलने थे।

जैसे ही यह खबर फैली, वेबसाइट पर भारी ट्रैफिक आ गया और वह क्रैश हो गई।

इसके बाद बहुत सारे लोग बिना पास के भी स्टेडियम पहुंच गए।

पास पाने वाले और बिना पास वाले दोनों तरह के लोग स्टेडियम के गेट पर जमा हो गए।

लोगों की संख्या तीन लाख तक पहुंच गई, जबकि स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 35 हजार है।

लोगों ने गेट नंबर 10, 12 और 13 से जबरन घुसने की कोशिश की।

पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया।

इसी दौरान बारिश शुरू हो गई और भगदड़ मच गई।

एक नाले पर बना स्लैब भी ढह गया, जिससे कई लोग उसमें गिर गए।

दोपहर करीब 3:30 बजे गेट बंद कर दिए गए।

इससे गुस्साई भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया।

गेट नंबर 10 पर स्थिति सबसे ज्यादा बिगड़ी।

महिलाओं और बच्चों को पीछे हटाया गया, जिससे कुछ महिलाएं बेहोश होकर गिर पड़ीं

क्या सरकार ने तैयारी की थी?

सरकार का दावा है कि इस कार्यक्रम के लिए 5000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।

लेकिन सूत्रों का कहना है कि इन में से कई पुलिसकर्मी 36 घंटे से लगातार ड्यूटी पर थे।

सरकार ने कहा कि भीड़ बहुत ज्यादा थी, इसलिए विक्ट्री परेड को रद्द करना पड़ा

लेकिन लोग पहले ही स्टेडियम के बाहर जमा हो चुके थे, जिससे भगदड़ को रोका नहीं जा सका।

सीएम-डिप्टी सीएम पर लापरवाही का आरोप

सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने कब्बन पार्क थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और कर्नाटक क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

उन्होंने IPC की धारा 106 के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है।

इसके अलावा आप पार्टी के युवा अध्यक्ष लोहीत हनुमनपुरा ने भी पुलिस में शिकायत दी है।

उन्होंने कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन और स्टेडियम के CEO के खिलाफ FIR की मांग की है।

CM और सरकार का क्या कहना है?

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा – “हम इस हादसे का बचाव नहीं कर रहे। लेकिन पहले भी देश में बड़े हादसे हुए हैं, जैसे कुंभ मेले में 50-60 लोगों की जान गई। इसका मतलब यह नहीं कि हम जिम्मेदारी से बचें।”  उन्होंने यह भी कहा कि स्टेडियम के बाहर भीड़ की संख्या तीन लाख तक पहुंच गई थी, जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।

गृहमंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने बताया कि हादसे की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

मंत्री प्रियांक खड़गे ने माना कि सरकार से गलती हुई। उन्होंने कहा कि अगर प्लानिंग और तालमेल बेहतर होता तो यह हादसा टल सकता था। उन्होंने BJP पर राजनीति करने का आरोप लगाया।

हादसे के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज

इस हादसे के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है

शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि सिर्फ सरकार नहीं, लोग भी जिम्मेदार हैं। अगर लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो पुलिस और व्यवस्था भी कुछ नहीं कर पाएगी।

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा – यह दुखद हादसा है। सरकार मुआवजा देगी, लेकिन RCB की भी जिम्मेदारी बनती है। उन्हें मृतकों के परिजनों को 22-22 करोड़ रुपये और घायलों को 25-50 लाख रुपये देने चाहिए।”

हालांकि, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरुने 10 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। फ्रेंचाइजी ने बताया, “RCB Cares” नाम से एक स्पेशल फंड बनाया जाएगा, इससे हादसे में घायलों की मदद की जाएगी।

भाजपा ने सरकार पर उठाए सवाल

BJP नेता संबित पात्रा ने कहा – यह हादसा नहीं, सरकार की नाकामी है। क्या सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार इस्तीफा देंगे?” उन्होंने आरोप लगाया कि DK शिवकुमार का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह किसी व्यक्ति को कैमरे से हटाते नजर आ रहे हैं।

शहजाद पूनावाला बोले – जब लोग मर रहे थे, तब भी जश्न चल रहा था। यह जनता की नहीं, प्रचार की परवाह करने वाली सरकार है।”

BJP नेता आर. अशोक ने कहा कि – यह कोई सामान्य हादसा नहीं, यह राज्य प्रायोजित हत्या है। अगर सरकार ने तैयारी की होती, तो यह नहीं होता।”

BJP अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने पूछा – अहमदाबाद में 1.5 लाख लोग जमा हुए, लेकिन कोई हादसा नहीं हुआ। तो बेंगलुरु में क्यों? यह कार्यक्रम बिना तैयारी के क्यों हुआ?”

हादसे पर RCB और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया

RCB टीम प्रबंधन ने सोशल मीडिया पर शोक जताया और कहा कि हमें इस घटना से गहरा दुख हुआ है। उन्होंने फैंस से अपील की है कि वे भीड़भाड़ से बचें और सुरक्षित रहें

विराट कोहली ने इंस्टाग्राम पर लिखा – मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। पूरी तरह से टूट गया हूं।

सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह, आरपी सिंह ने भी इस घटना पर दुख जताया।

बहरहाल, पहली बार IPL विजेता बनने वाली रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का जश्न बड़े हादसे में बदल गया है और इस पर राजनीति भी हो रही है।

एक तरफ सरकार अपनी सफाई दे रही है और जांच का भरोसा दे रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इस हादसे को सरकार की सीधी लापरवाही बता रहा है।

अब यह देखना अहम होगा कि इस हादसे के लिए वास्तव में जिम्मेदार कौन था?

क्या किसी पर ठोस कार्रवाई होती है या फिर यह मामला भी बाकी हादसों की तरह राजनीतिक बहस बनकर रह जाएगा

 

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