Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
इस हमले में 27 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिनमें कई राज्यों के निवासी शामिल थे।
गुरुवार, 24 अप्रैल को देशभर में इन सभी लोगों को अंतिम विदाई दी गई।
कहीं बेटी ने पिता को मुखाग्नि दी, तो कहीं पत्नियां ताबूत से लिपटकर रोती रहीं।
देश के हर शहर से लेकर हर गली-मोहल्ले तक में आंसू और आक्रोश का सैलाब था।
गुजरात: पिता-पुत्र की साथ में अंतिम यात्रा
भावनगर जिले में यतीशभाई सुधीरभाई परमार और उनके बेटे स्मित यतीशभाई परमार को साथ में अंतिम विदाई दी गई।
पूरे गांव में मातम छाया रहा, हजारों की संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

पिता-पुत्र पहलगाम में साथ छुट्टी मनाने गए थे, जहां आतंकियों ने गोलियों से उन्हें छलनी कर दिया।
पुणे: बेटी ने पिता को दी मुखाग्नि
पुणे निवासी संतोष जगदाले की अंतिम यात्रा उनके घर से शुरू होकर श्मशान घाट तक पहुंची। हजारों की भीड़ ने श्रद्धांजलि दी।
सबसे भावुक क्षण तब आया जब उनकी बेटी असावरी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।

असावरी ने नम आंखों से कहा, “पापा हमेशा कहते थे, बहादुर बनो, आज मैं वही कर रही हूं।”
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इंदौर: सुशील नथानियल को ईसाई रीति से विदाई
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में LIC मैनेजर सुशील नथानियल का अंतिम संस्कार ईसाई रीति-रिवाजों के अनुसार जूनी इंदौर कब्रिस्तान में किया गया।
अंतिम यात्रा वीणा नगर स्थित उनके घर से निकली। नंदा नगर चर्च में विशेष प्रार्थना की गई।

उनकी पत्नी जेनिफर ताबूत से लिपटकर फूट-फूटकर रोईं, वहीं पिता बदहवास थे।
मौके पर पहुंचे मंत्री तुलसी सिलावट और विधायक रमेश मेंदोला समेत तमाम सामाजिक-राजनीतिक हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी।
कानपुर: पत्नी ने योगी से कहा – “हमें बदला चाहिए”
कानपुर के शुभम द्विवेदी की अंतिम यात्रा बेहद भावुक रही।
उनकी पत्नी एशान्या ने अपने पति की शर्ट पहन रखी थी और शव यात्रा शुरू होते ही वह शर्ट उतारकर उससे लिपट गईं।
वहीं, शुभम की मां बेसुध थीं और बार-बार आतंकियों को तड़पा-तड़पा कर मारने की मांग कर रही थीं।

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा, “मेरे सामने आतंकियों ने मेरे पति को गोली मारी। आप बदला लीजिए।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “यह हमला ताबूत पर आखिरी कील है।”
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जयपुर: पत्नी ने शव के पास हाथ जोड़ खड़े होकर विदाई दी
राजस्थान के जयपुर में 33 वर्षीय नीरज उधवानी का अंतिम संस्कार गुरुवार को किया गया।
उनकी पत्नी आयुषी शव के पास हाथ जोड़कर बिलखती रहीं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मृतक की मां ज्योति को सांत्वना दी।

मोक्षधाम में बड़े भाई किशोर उधवानी ने मुखाग्नि दी।
हमले के वक्त नीरज अपनी पत्नी के साथ थे, जब आतंकियों ने उनके सामने ही उन्हें गोली मार दी।
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रायपुर: बेटे ने दी मुखाग्नि, पत्नी बेहोश
छत्तीसगढ़ के व्यापारी दिनेश मिरानिया का अंतिम संस्कार रायपुर में हुआ।
बेटे शौर्य ने मुखाग्नि दी, जबकि उनकी पत्नी नेहा अंतिम यात्रा से पहले बेहोश हो गईं।

CM साय, राज्यपाल और अन्य वरिष्ठ नेता अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
स्थानीय लोगों में इतना आक्रोश था कि उन्होंने सड़कों पर पाकिस्तानी झंडे और आतंकियों की तस्वीरें चिपकाकर उन पर थूकना और चलना शुरू कर दिया।
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बिहार: IB अफसर को बच्चों के सामने मारी गई गोली
बिहार के मनीष रंजन IB के हैदराबाद ऑफिस में सेक्शन ऑफिसर थे।
उनकी अंतिम यात्रा रांची से पश्चिम बंगाल के झालदा तक निकाली गई।

CRPF कैंप में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई, फिर शव झालदा ले जाया गया जहां उनके भाई और परिजन उनका अंतिम संस्कार करेंगे।
उनके चाचा ने बताया कि अंतिम वक्त तक मनीष ने पत्नी और बच्चों को बचाने की कोशिश की, लेकिन आतंकियों ने पहचान पूछकर गोली मार दी।
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देशभर में शोक और आक्रोश का माहौल
इस दर्दनाक हमले के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है।
हिमाचल प्रदेश में सभी बाजार बंद रहे, व्यापारी तिरंगा लेकर सड़कों पर उतरे।

हरियाणा में पंचायती राज दिवस पर 2 मिनट का मौन रखा गया।
पंजाब के अटारी बॉर्डर से वैध वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया।
वहीं, पाकिस्तान जाने वाले भारतीय नागरिकों को भी वापस भेज दिया गया।
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जनता की मांग और सरकार का जवाब
पहलगाम आतंकी हमला केवल एक हमला नहीं, बल्कि भारत के नागरिकों के भरोसे पर सीधा प्रहार है।
पुलवामा के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसने आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूरा देश एकजुट होकर सवाल कर रहा है- “आखिर कब तक?” और साथ ही मांग कर रहा है- “अब जवाब चाहिए, और वह भी ठोस।”
देशभर से एक ही आवाज उठ रही है—“अब बदला जरूरी है।”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “यह हमला हर भारतीय के दिल में दर्द पैदा करता है। बेगुनाहों की हत्या करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
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