Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है।
इस हमले ने पुलवामा हमले की दिल दहला देने वाली यादों को एक बार फिर ताजा कर दिया।
14 फरवरी साल 2019 को फिदायीन हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए थे, तब टारगेट पर सैनिक थे, अब आम नारगिक हैं।
धारा 370 हटने के बाद कश्मीर सुरक्षित हो गया है, ये सोचकर वहां घूमने गए लोग कभी वापस ही नहीं लौट पाए।
कहा जा रहा है कि कश्मीर में ये नहीं पूछा जाता है कि आप किस जाति से हैं, बल्कि पूछ जाता है कि आपका धर्म क्या है? बस इतनी सस्ती है आपकी जान।
मंगलवार दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर कुछ ऐसा ही हुआ, जब बैसरन घाटी गोलियों की गूंज से दहल उठी।
वर्दी में आतंकियों ने अचानक पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, हमले में 26 लोगों की जान ली गई और 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि की घोषणा की है।
साथ ही गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख और मामूली घायलों को 1 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है।
बताया जा रहा है कि हमले से पहले आतंकियों ने कुछ पर्यटकों को कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया था, जो नहीं पढ़ पाए उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया।
आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के फ्रंट संगठन TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
इसके पीछे मास्टर माइंड सैफुल्लाह खालिद का हाथ बताया जा रहा है, जो पुलवामा हमले का भी मुख्य आरोपी रहा है। इंटेलिजेंस एजेंसियां का दावा है कि खालिद पाकिस्तान में है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हरियाणा के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और कानपुर के शुभम को पत्नि के सामने गोली मार दी।
हमले में इंदौर के कारोबारी सुशील नथानियल, जयपुर के नीरज, रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया, बिहार के IB अफसर मनीष रंजन भी मारे गए।
कोई हनीमून मनाने गया था, कोई मैरिज एनिवर्सरी मनाने गया था, तो कोई घूमने गया था, बस यही इन सब का कसूर था शायद।
हम आपको बताने जा रहे है, पहलगाम हमले से जुड़ी 6 मार्मिक कहानियां है, जो सुन कर हर किसी का दिल पसीज जाएगा।
1 – विनय-हिमांशी की 7 दिन पहले हुई थी शादी
पहलगाम आतंकी हमले में आतंकियों ने जिन टूरिस्ट की हत्या की, उनमें हरियाणा के करनाल के रहने वाले नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी थे।
26 साल के विनय 7 दिन पहले ही मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थी और वह अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून मनाने के लिए आए थे।
पहले विनय और हिमांशी हनीमून मनाने के लिए यूरोप जा रहे थे, लेकिन ऐन मौके पर वीजा नहीं मिला तो वे जम्मू-कश्मीर चले गए।

हिमांशी नरवाल ने बताया कि मैं अपने पति के साथ भेलपुरी खा रही थी, तभी एक आदमी आया और कहा ये मुस्लिम नहीं है, फिर गोली मार दी।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की नवविवाहित उनकी पार्थिव देह से लिपटकर रो पड़ी, हिमांशी ने बिलखते हुए कहा- मैं अब कैसे जिऊंगी?
सोचिए क्या बीती होगी उस लड़की पर जिसके हाथ की मेहंदी भी नहीं सूखी और उसका सुहाग उजड़ गया।
2 – शुभम-एशान्या की 2 महीने पहले हुई थी शादी
विनय नरवाल की तरह ही आतंकियों ने कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी को भी उसकी पत्नी के सामने गोली मार दी।
शुभम अपनी पत्नी परिवार के 11 लोग जम्मू कश्मीर घूमने गए थे।
शुभम और एशान्या की शादी महज 2 महीने पहले ही हुई थी।

जब शुभम को गोली मारी गई, तो उनकी पत्नी एशान्या चीख-चीखकर रोते हुए आतंकियों से कह रही थी- मुझे भी गोली मार दो।
लेकिन, आतंकियों ने एशान्या को ये कह कह जिंदा छोड़ दिया कि तुम जाकर अपनी सरकार को सब बताओ।
3 – जयपुर के CA की मौत, UAE में करते थे जॉब
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जयपुर का एक युवक भी मारा गया, जिसका नाम नीरज उधवानी है।
नीरज अपनी पत्नी के साथ जयपुर से कश्मीर घूमने गए थे और आतंकी हमले में उनकी मौत हो गई।

33 साल नीरज UAE में जॉब करते थे, जिनकी दो साल पहले उनकी आयुषी के साथ पुष्कर के भंवर सिंह पैलेस में शादी हुई थी।
4 – कलमा नहीं पढ़ पाए सुशील.. तो मार दी गोली
मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी सुशील नथानियल भी पहलगाम हमले में मारे गए।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून) अमित सिंह ने सुशील की मौत की पुष्टि की है।
LIC की सैटेलाइट शाखा में पदस्थ सुशील 4 दिन पहले अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कश्मीर घूमने गए थे गए थे।

हमले के समय आतंकवादियों ने पहले सुशील को घुटनों पर बैठने और कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया और जब उन्होंने अपना धर्म क्रिश्चियन बताया तो गोलियां चला दीं।
सुशील तो जिंदा नहीं बच सके, वहीं उनकी बेटी आकांक्षा पैर में गोली लगने से घायल हो गई है।
5 – छुट्टी मनाने कश्मीर गए थे बिहार के IB अफसर
पहलगाम आतंकी हमले में बिहार के रहने वाले मनीष रंजन की भी मौत हुई है।
मनीष को उनकी पत्नी और 2 बच्चों के सामने गोली मार दी गई।
रंजन की पत्नी आशा देवी, उनका 12 साल का बेटा है और 8 साल की बेटी सुरक्षित है।

गोलियों की आवाज सुनकर मनीष ने पत्नी और बच्चों को दूसरी दिशा में भागने को कहा।
इस दौरान वे परिवार से अलग हो गए और आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी।
मनीष रंजन पिछले 2 सालों से IB के हैदराबाद ऑफिस में सेक्शन ऑफिसर के पद पर पोस्टेड थे।
6 – शादी की सालगिरह मनाने गए रायपुर के कारोबारी की मौत
रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया को आतंकियों ने उनकी पत्नी और बच्चों से सामने गोलियों से भून डाला।
जिस दिन हमला हुआ, उस दिन दिनेश की शादी की सालगिरह थी और वे अपने परिवार के साथ खुशियां मनाने बैसरन घाटी गए थे।
दिनेश मिरानिया की पत्नी और बच्चों से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुलाकात कर कहा कि आतंकियों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा।

फिलहाल, पहलगाम में पर्यटकों को जाने की अनुमति नहीं है। सभी बाजार और पर्यटक क्षेत्र बंद कर दिए गए हैं। फायरिंग के बाद सुरक्षाबल सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
रायपुर-भिलाई के करीब 70 लोग श्रीनगर में फंसे हैं, जिन्हें एक होटल में रोका गया है। सभी से CM साय ने फोन पर हाल-चाल लिया और स्थिति सामान्य होने पर सभी लोग वापस छत्तीसगढ़ आ पाएंगे।
पहलगाम के आतंकी हमले ने सिर्फ आंसू और दर्द नहीं लोगों को डर भी दे दिया है।
ये हमला सवाल पूछने पर मजबूर करता है कि क्या धर्म इतना जरूरी है और क्या कश्मीर सच में सुरक्षित है?
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