MD Dermatology Topper: भोपाल। मेहनत और लगन से हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है, इस बात को सच कर दिखाया है भोपाल की बेटी डॉ. रुमाना खान ने। उन्होंने एमडी डर्मेटोलॉजी (त्वचा रोग विशेषज्ञता) की पढ़ाई में पूरे मध्य प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे शहर का नाम रोशन किया है। इसके साथ ही उन्होंने भोपाल के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों के बीच प्रथम स्थान प्राप्त कर एक नई मिसाल कायम की है। डॉ. रुमाना खान की इस उपलब्धि पर उनका परिवार ही नहीं बल्कि पूरा भोपाल गर्व महसूस कर रहा है।
डॉ. रुमाना ने कार्मेल कॉन्वेंट से की स्कूलिंग
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भोपाल की बेटी ने कीर्तिमान रच दिया है। डॉ. रुमाना खान को एमडी डर्मेटोलॉजी में MP में दूसरा और भोपाल में प्रथम स्थान मिला है। उनके इस कीर्तिमान से यह साबित हो गया है कि बेटियां भी मेहनत और लगन के दम पर समाज में अपना विशेष स्थान बना सकती हैं।
डॉ. रुमाना खान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल, रतनपुर, भोपाल से पूरी की। पढ़ाई के दौरान ही उनके मन में डॉक्टर बनने का सपना जागा। स्कूली शिक्षा के समय से ही वे अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहीं और मेडिकल क्षेत्र में जाने के लिए उन्होंने जी-जान से मेहनत करना शुरू कर दिया। उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम यह रहा कि उन्होंने मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET) में सफलता प्राप्त कर एमबीबीएस के लिए गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल में दाखिला लिया। यहां से उन्होंने अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की।
MBBS के बाद लिया MD करने का निर्णय
एमबीबीएस करने के बाद डॉ. रुमाना ने पोस्ट ग्रेजुएशन (MD) करने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने नीट पीजी (NEET PG) परीक्षा दी और उसमें भी सफलता प्राप्त की। इसके बाद उनका दाखिला चिरायु मेडिकल कॉलेज, भोपाल में एमडी डर्मेटोलॉजी (त्वचा रोग विशेषज्ञता) के लिए हुआ।
3 साल की इस कठिन पढ़ाई के दौरान उन्होंने न केवल अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित किया बल्कि हर परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसी मेहनत का नतीजा रहा कि उन्होंने एमडी डर्मेटोलॉजी के फाइनल रिजल्ट में मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के अंतर्गत प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं भोपाल के सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों के बीच प्रथम स्थान हासिल कर अपनी काबिलियत साबित की।
दिन-रात की मेहनत से मिली यह सफलता
अपनी इस उपलब्धि के बारे में बताते हुए डॉ. रुमाना खान ने कहा कि जब उन्होंने एमडी डर्मेटोलॉजी में दाखिला लिया था, तभी से उन्होंने अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित किया। वह चाहती थीं कि अपनी पढ़ाई में कोई कमी न रहे। परीक्षा के समय जब डेट नजदीक आती थी तो वह 5-6 महीने पहले से ही पूरी तरह पढ़ाई में लीन हो जाती थीं और सामाजिक कार्यक्रमों में जाना-आना तक बंद कर दिया। उनका पूरा फोकस पढ़ाई पर रहा और इसी का परिणाम है कि उन्होंने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त कर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया।
परिवार और शिक्षकों का मिला पूरा सहयोग
अपनी सफलता का श्रेय देते हुए डॉ. रुमाना खान ने कहा कि उनकी इस उपलब्धि के पीछे उनके माता-पिता, परिवार और शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया और कठिन समय में उनका साथ दिया। डॉ. रुमाना ने कहा कि जब भी वे परीक्षा के समय तनाव में होती थीं, उनके माता-पिता और शिक्षक हमेशा उन्हें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे। यही कारण है कि वे आज इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं।
भविष्य में और ऊंचाइयों को छूना चाहती हैं
अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए डॉ. रुमाना खान ने कहा कि वे अब एक कुशल त्वचा रोग विशेषज्ञ बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि उनके लिए यह उपलब्धि एक शुरुआत है और आगे चलकर वे इस क्षेत्र में और अधिक ऊंचाइयों को छूना चाहती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती और यदि सच्ची लगन और ईमानदारी से प्रयास किया जाए तो हर मंजिल को हासिल किया जा सकता है।
क्या है डर्मेटोलॉजी क्षेत्र?
डर्मेटोलॉजी एक चिकित्सा क्षेत्र है जिसमें त्वचा रोग, कुष्ठ रोग (लेप्रोसी) और बाल-त्वचा संबंधित अन्य समस्याओं का इलाज किया जाता है। यह क्षेत्र न केवल मेडिकल साइंस में बेहद महत्वपूर्ण है बल्कि समाज के लिए भी काफी उपयोगी है। डॉ. रुमाना खान का कहना है कि उन्होंने इस क्षेत्र को चुनकर लोगों की सेवा करने का संकल्प लिया है। वे चाहती हैं कि आगे चलकर वे एक उत्कृष्ट त्वचा रोग विशेषज्ञ के रूप में अपनी पहचान बनाएं और समाज के जरूरतमंद लोगों को बेहतरीन इलाज उपलब्ध कराएं।
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