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रांची: झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार ने गुरुवार को राजभवन के अशोक उद्यान में 11 मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया। राज्यपाल संतोष गंगवार ने इन मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर हेमंत सोरेन की अगुवाई में गठित नई सरकार में कुल 5 मंत्रियों को रिपीट किया गया, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने अपने मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव किए हैं।
फारवर्ड कोटे से नहीं बनाए गए मंत्री
इस बार की कैबिनेट में खास बात यह है कि राज्य गठन के बाद पहली बार फारवर्ड कोटे से कोई मंत्री नहीं बनाया गया है। इससे पहले हर सरकार में फारवर्ड कोटे से एक या दो मंत्री होते थे, लेकिन इस बार यह कोटा खत्म कर दिया गया है। जानकारों का मानना है कि फारवर्ड कोटे पर भाजपा के परंपरागत वोटर्स का प्रभाव है, और इसी वजह से हेमंत सोरेन सरकार ने इसे नजरअंदाज किया।
कैबिनेट में प्रमुख नाम
झारखंड मुक्ति मोर्चा
पार्टी ने 6 मंत्रियों को शपथ दिलाई। इनमें 3 पुराने चेहरे – दीपक बिरुवा (चाईबासा), रामदास सोरेन (घाटशिला), और हफीजुल हसन अंसारी (मधुपुर) को रिपीट किया गया। इसके अलावा 3 नए चेहरे – सुदिव्य कुमार सोनू (गिरिडीह), योगेंद्र प्रसाद (गोमिया), और चमरा लिंडा (बिशुनपुर) को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
कांग्रेस
कांग्रेस ने अपने 4 मंत्रियों का ऐलान किया। इसमें जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, छत्तरपुर विधायक राधाकृष्ण किशोर और मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की शामिल हैं। इनमें से इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह पिछली सरकार में मंत्री थे, जबकि राधाकृष्ण और शिल्पी नेहा को पहली बार मंत्री बनाया गया है।
राजद
राजद ने गोड्डा विधायक संजय यादव को मंत्री बनाने का फैसला किया है। वह बिहार के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के करीबी माने जाते हैं और यादव वोटबैंक को ध्यान में रखते हुए उन्हें मंत्री पद दिया गया है।
संथाल परगना से अधिक मंत्री
नई कैबिनेट में सबसे अधिक मंत्री संथाल परगना से बनाए गए हैं, जहां से कुल 4 विधायक मंत्री बने हैं। इस क्षेत्र में 2024 विधानसभा चुनावों में INDIA ब्लॉक ने शानदार प्रदर्शन किया था, और पार्टी ने यहां से दो-दो मंत्री पद दिए हैं।
प्रोटेम स्पीकर का शपथ ग्रहण
इसके साथ ही, राज्यपाल संतोष गंगवार ने सबसे पहले स्टीफन मरांडी को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इसके बाद कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। समारोह में कांग्रेस और राजद के प्रदेश प्रभारी भी उपस्थित रहे।इस तरह से झारखंड की नई सरकार के मंत्रिमंडल में कई बदलाव किए गए हैं, जो आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की राजनीति पर असर डाल सकते हैं।