Rahul Gandhi vs Election Commission

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महाराष्ट्र चुनाव फिक्सिंग विवाद: कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांगी वोटर्स लिस्ट और वीडियोग्राफी की डिजिटल कॉपी

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Rahul Gandhi vs Election Commission: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर कांग्रेस और चुनाव आयोग आमने-सामने आ गए हैं।

कांग्रेस पार्टी ने EC को एक पत्र लिखकर डिजिटल वोटर्स लिस्ट और मतदान की वीडियोग्राफी की कॉपी देने की मांग की है।

यह पत्र राहुल गांधी को आयोग चुनाव द्वारा 12 जून को भेजे गए लेटर के जवाब में भेजा गया है।

महाराष्ट्र चुनाव में फिक्सिंग के आरोपों पर सियासत तेज

महाराष्ट्र चुनाव में फिक्सिंग के आरोपों पर तेज सियासत हो गई है। अब कांग्रेस ने बुधवार को चुनाव आयोग को लेटर लिखा।

यह लेटर इलेक्शन कमीशन का राहुल को भेजे गए लेटर का जवाब है।

दरअसल 12 जून को EC ने राहुल गांधी को पत्र भेजा था।

जिसमें राहुल को विधानसभा चुनाव में धांधली के उनके आरोपों पर चर्चा के लिए बुलाया गया था।

राहुल गांधी EC से मिलने तो नहीं गए, लेकिन 13 दिन बाद कांग्रेस पार्टी ने जवाबी खत भेज गया।

जिसमें पार्टी की तरफ से चुनाव आयोग से डाटा साझा करने की शर्त पर बातचीत को तैयार बताया गया है।

वोटर्स लिस्ट और वीडियोग्राफी की डिजिटल कॉपी मांगी

कांग्रेस ने पत्र में लिखा है कि वे मशीन-रीडेबल डिजिटल वोटर्स लिस्ट और मतदान की वीडियोग्राफी की कॉपी चाहते हैं।

पार्टी ने मांग की है कि आयोग एक सप्ताह के भीतर यह डेटा उपलब्ध कराए, जिससे वह उसकी जांच कर सके।

कांग्रेस का कहना है कि डेटा मिलने के बाद ही वे चुनाव आयोग से चर्चा के लिए तैयार होंगे।

बता दें चुनाव आयोग ने राहुल को भेजे पत्र में लिखा था कि भारत में चुनाव कड़े कानूनों और स्पष्ट दिशानिर्देशों के तहत पारदर्शी तरीके से कराए जाते हैं।

आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र चुनाव में 1 लाख 186 बीएलओ, 288 इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर, 139 जनरल ऑब्जर्वर 41 पुलिस ऑब्जर्वर, 71 खर्च ऑब्जर्वर और 288 रिटर्निंग अधिकारी और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय और राज्य राजनीतिक दलों के नियुक्त 1 लाख 8 हजार 26 बूथ स्तरीय एजेंट शामिल थे।

इनमें कांग्रेस के भी 28,421 एजेंट मौजूद थे, जो पूरे चुनावी प्रोसेस का हिस्सा रहे।

महाराष्ट्र के बाद बिहार में फिक्सिंग की तैयारी में BJP

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली और मैच फिक्सिंग के आरोप लगाए थे।

उनका आरोप था कि इसी तरह की फिक्सिंग अब बिहार में होगी, फिर वहां होगी जहां भाजपा हारती दिख रही हो।

राहुल ने दावा किया था कि देवेंद्र फडणवीस के निर्वाचन क्षेत्र की वोटर लिस्ट में 5 महीनों में 8% वोटर बढ़ गए थे।

कुछ बूथों पर 20% से 50% तक वोटर बढ़ गए और बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) ने फर्जी वोटिंग की जानकारी दी है।

मीडिया ने बिना वेरिफिकेशन पते वाले हजारों मतदाताओं का पता लगाया।

इस पर चुनाव आयोग चुप है। क्या ये मिलीभगत है।

ये अलग-अलग गड़बडियां नहीं हैं। यह वोटों की चोरी है। इसे छिपाना ही कबूलनामा है।

CM फडणवीस ने राहुल के आरोपों को बताया झूठ

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के आरोपों को झूठ बताया।

उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में कांग्रेस की हार पच नहीं पा रही है। राहुल गांधी कब तक अंधेरे में तीर चलाते रहेंगे?

बेहतर होता कि आप ये पोस्ट करने से पहले अपने पार्टी सहयोगियों से बात करते।

कम से कम कांग्रेस के भीतर संवाद की इतनी बड़ी कमी सार्वजनिक रूप से उजागर नहीं होती।

इसके अलावा फडणवीस ने वो सीटें गिनाई, जहां वोटर्स बढ़े और कांग्रेस और उनके सहयोगी उम्मीदवार जीते। जैसे –

  • पश्चिमी नागपुर में वोटर्स में 7% की (27065 मतदाता) वृद्धि हुई। कांग्रेस के विकास ठाकरे जीते।
  • उत्तर नागपुर में 7% की वृद्धि (29,348 मतदाता) हुई। यहां कांग्रेस के नितिन राउत जीते।
  • पुणे में वडगांव शेरी में 10% की बढ़ोतरी (50,911 मतदाता) के साथ शरद पवार गुट के बापू पठारे ने जीत हासिल की।
  • मुंब्रा में 9% की वृद्धि (46,041 मतदाता) के साथ शरद पवार गुट के जितेंद्र आव्हाड ने जीत दर्ज की।

 

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