तेहरान में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा
कि सभी भारतीय नागरिक जो तेहरान में हैं और दूतावास
के संपर्क में नहीं हैं, उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत तेहरान में
भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपना स्थान और
संपर्क नंबर प्रदान करें।
#politicswala report
युद्ध जैसे हालत बनने का कारण मंगलवार को तेहरान में सभी भारतीयों को शहर से बाहर सुरक्षित स्थानों पर चले जाने और दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह दी गई।
नवीनतम जानकारी के अनुसार, 110 भारतीय नागरिकों का पहला जत्था, जिनमें अधिकतर छात्र हैं, सुरक्षित रूप से आर्मेनिया पहुंच गए हैं।
ये सभी बुधवार को दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
यह आर्मेनिया का मुख्य हवाई अड्डा है और कई अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों से जुड़ा हुआ है.
तेहरान में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सभी भारतीय नागरिक जो तेहरान में हैं और दूतावास के संपर्क में नहीं हैं, उनसे अनुरोध है कि वे तुरंत तेहरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपना स्थान और संपर्क नंबर प्रदान करें।
कृपया +989010144557; +989128109115; +989128109109 पर संपर्क करें।
भारतीय मिशन ने सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों को सलाह दी है कि वे अपने संसाधनों का उपयोग करके तेहरान से बाहर निकल सकते हैं और शहर के बाहर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
यह पोस्ट ऐसे समय में आई है जब इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष तेज हो गया है और पांचवें दिन दोनों देशों ने एक दूसरे पर हमला किया।
ट्रम्प ने जी7 शिखर सम्मेलन छोड़ा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन को एक दिन पहले ही छोड़कर वाशिंगटन वापस जाने का फैसला किया। ट्रम्प ने ईरानियों को तेहरान खाली करने की चेतावनी भी दी, जिससे वहाँ के 10 मिलियन निवासियों को खतरा होने का संकेत मिला। विदेश मंत्रालय नई दिल्ली ने कहा कि ईरान और इज़राइल में चल रहे घटनाक्रम के मद्देनजर मंत्रालय में 24×7 नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
You may also like
-
साक्षात्कार … मैं सिर्फ अखिलेश से मिलूंगा….. जब मेरी पत्नी ईद पर अकेली रो रही थी, तो क्या कोई भी आया ?’
-
#BiharElection… औरतों के नाम खूब कटे, नीतीश की चिंता बढ़ी
-
सपा में फिर एकजुटता का संदेश: जेल से छूटने के बाद आजम खान-अखिलेश यादव की पहली मुलाकात
-
UN में भारत ने बंद की पाक की बोलती: कहा- जिनकी सेना 4 लाख महिलाओं से दुष्कर्म करे, उन्हें दूसरों को सिखाने का हक नहीं
-
रायबरेली मॉब लिंचिंग: राहुल गांधी बोले- यह एक इंसान की नहीं बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या